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हिंदी हास्य कविता स्वर्ग में मोबाइल कनैक्शन


स्वर्ग में मोबाइल कनैक्शन

स्वर्ग में से स्वर्गवासी झाँक रहे धरती पर
इंद्र से ये बोले कुछ और हमें चाहिए।
देव आप कुछ भी तो लाने देते नहीं यहाँ, 
कैसे भोगें सारे सुख आप ही बताइए।

इंद्र बोले कैसी बातें करते हैं आप लोग,
स्वर्ग जैसा सुख भला और कहाँ पाइए। 
बोले स्वर्गवासी एक चीज़ है, जो यहाँ नहीं,
बिना उसके मेनका और रंभा न जँचाइए।

इंद्र बोले, कौन-सी है चीज़ ऐसी भला वहाँ,
जिसके बिना स्वर्ग में भी खुश नहीं तुम यहाँ?
अभी मँगवाता हूँ मैं बिना किए देर-दार,
मेरे स्वर्ग की भी शोभा उससे बढ़ाइए।

बोले स्वर्गवासी, वो है मोबाइल कनैक्शन,
यदि लग जाए तो फिर दूर होगी टेंशन।
जुड़ जाएँगे सब से तार, बेतार के होगी बात,
एस0 एम0 एस0 के ज़रिए अपने पैसे भी बचाइए।

यह सुन इंद्र बोले, दूतों से ये अपने,
धरती पे जाके जल्दी कनैक्शन ले आइए।
दूत बोले, किसका लाएँ, ये सोच के हम घबराएँ,
कंपनियों की बाढ़ है, टेंशन ही पाइए।

स्वर्गवासी बोले भई जाओ तो तुम धरती पर,
जाके कोई अच्छा-सा कनैक्शन ले आइए।
बी0एस0एन0एल0 का लाओ चाहें आइडिया कनैक्शन
जिओ का है मुफ़्त अभी वही ले आइए।

धरती से मोबाइल कनैक्शन के मालिकों को,
उठवा के सारा काम यहाँ करवाइए।
झटपट करवा के, रात-दिन लगवा के,
सारे स्वर्ग में टाॅवरों का जाल बिछवाइए।

स्वर्ग में अब मोबाइल से हो गया धमाल है,
एस0एम0एस0, और एम0एम0एस0 का छाया वहाँ जाल है।
मैडोना, शकीरा रिंगटोन से रिझाएँ,
देवता भी झूमें और इंद्र भी नचाइए।

देवता तो पहले से ही आलसी कहे जाते हैं,
बैठे-बैठे ही वो सारे आर्डर चलाते हैं।
अब तो धर्मराज को भी लगी देखो उड़कर,
बोले, फोन पर ही अब जीव को बुलवाइए।

बैठे-बैठे ऊपर ही से मोबाइल मिला दिया,
नीचे वाला बोला तुमने गलत नंबर लगा दिया।
कभी कोई कहता ‘कृपया सारी लाइनें हैं व्यस्त’,
किसी और जीव का आप नंबर मिलाइए।

धरती से स्वर्ग को निर्यात खतम हो गया,
एक तरफ़ा बिजनिस का अंबार लग गया।
इंद्र बोले, बिना सोचे मैंने ये क्या कर डाला,
मोबाइल के पंजों से अब हमें कौन छुड़ाइए।

धरती पर पहले ही था मोबाइल का टेंशन,
स्वर्ग में भी हो गया अब इसका रिएक्शन।
मोबाइल ने चारों ओर जाल ये बिछाया है,
धरती की छोड़ो, स्वर्ग को भी लिपटाया है।

हुए परेशान इंद्र बोले, हे करुणानिधान!
आप की ही शरण में है स्वर्ग का अब कल्याण। 
नींद हो गई है हराम, मिस्ड काॅल ने ले ली जान,
मोबाइल के जाल से अब, आप ही बचाइए।
मोबाइल के जाल से अब, आप ही बचाइए।



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