‘बिन पानी सब सून’ आप दो स्थितियों पर कल्पना करें-पहली, आपके नल में यकायक पानी चला जाए और आपने पहले से समुचित पानी का भंडारण भी न किया हो और जल-निगम की ओर से सूचना आ जाए कि किसी गड़बड़ी के कारण दो दिनों तक पानी की आपूर्ति नहीं हो सकेगी। सोचिए, उस समय आप क्या करेंगे? पहले से जो पानी घर में है, उसे बहुत सोच-समझकर उपयोग में लाएँगे। साथ ही इधर-उधर से पानी जुटाने में अपना महत्त्वपूर्ण समय और शक्ति खर्च करेंगे। दूसरी स्थिति, यदि पर्याप्त बारिश न होने के कारण जल का स्तर काफ़ी नीचे चला जाए और सरकार आपको पीने लायक पानी उपलब्ध कराने में भी असमर्थ हो रही हो, तो?............। शायद आप महँगे से महँगे दाम में भी पानी खरीदने पर विवश होंगे और जो जल घर में है, उसकी एक-एक बूँद को अमृत की तरह सहेजकर रखेंगे। दोस्तो! ये सिर्फ़ काल्पनिक किस्से नहीं हैं। यदि हमने पानी की समस्या को गंभीरता से नहीं लिया और हम समय पर नहीं चेते तो ये किस्से हकीकत में बदलते समय नहीं लगेगा। अब हम ज़रा कल्पना से निकलकर सच्चाई की ओर रुख करें तो देखते हैं कि जब हमारे घरों में समुचित जल आपूर्ति हो रही है, ऐसे में हम हज़ा...