काले बादल
उमड़ घुमड़ आए काले बादल,
संग अपने जल लाए बादल।
मेघों ने नभ में डेरा डाला,
चहुँ दिशि गहराया तम काला।
नहीं मानेंगे बरसे बिन बादल,
संग अपने जल लाए बादल।
बच्चा, बूढ़ा नहीं कोई उदास,
तपती धरती की बुझ गई प्यास।
सुदूर से चलकर आए बादल,
संग अपने जल लाए बादल।
गली-कूचा या ताल-बाबड़ी,
सब में बूँदों की लगी झड़ी।
नहर-कुएँ भी भर देंगे बादल,
संग अपने जल लाए बादल।
बादलों की यही सुखद है गाथा,
मानवता का समझें बस नाता।
स्वयं मिट, पर को रखते शीतल,
संग अपने जल लाए बादल।
उमड़ घुमड़ आए काले बादल,
संग अपने जल लाए बादल।
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