गणतंत्र दिवस पर कविता
वंदन है उस धरा को, जो भारत माँ कहलाती,
हर कोने में जिसके, खुशहाली मुस्काती।
26 जनवरी का पर्व, लाया नई सौगात,
गणतंत्र का यह उत्सव, है हम सबका साथ।
संविधान की शक्ति से, चल रहा देश महान,
सपनों का भारत बने, यही है अरमान।
बलिदानों की धरती पर, लहराए तिरंगा प्यारा,
हर दिल में हो बस एक ही नारा –
"भारत माता की जयकारा!"
वीरों के बलिदान से, सींची आज़ादी की बगिया,
हर हाथ में हो तिरंगा, हर मन में हो सुख-शांति की दुनिया।
चलो मिलकर कदम बढ़ाएं, सपनों का भारत सजाएं,
गणतंत्र के इस पावन दिन, हर दिल को हम जगाएं।
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